अर्धनग्न प्रदर्शन स्थगित:एसपी से वार्ता के बाद माना ब्राह्मण समाज, एसआईटी जांच पर बनी सहमति

-एसपी से वार्ता के बाद माने ब्राम्हण समाज के लोग


-अर्धनग्न प्रदर्शन स्थगित



- त्रिस्तरीय कमेटी बनाकर प्रकरण की जांच कराने


एसआईटी जांच पर बनी सहमति



संवाददाता (बस्ती)। जनेऊ के अपमान प्रकरण को लेकर सोमवार को दिन भर गहमागहमी का माहौल रहा। हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों से देर शाम पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा से विन्दुवार वार्ता और सहमति के बाद अर्धनग्न प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया। एसपी ने वार्ता के दौरान त्रिस्तरीय कमेटी बनाकर प्रकरण की जांच कराने और एसआईटी जांच हेतु शासन को पत्र लिखने का आश्वासन दिया।


एसपी से वार्ता में मुख्य रूप से सुभाष शुक्ल, इन्द्रप्रकाश शुक्ल, नन्दीश्वर दत्त ओझा, अभयदेव शुक्ल, रामविनय पाण्डेय, अमरमणि पाण्डेय शामिल रहे। ब्राम्हण समाज के लोगों ने संयुक्त रूप से राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन 2 सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर को सौंपा। ज्ञापन में रामराज उर्फ गम्मज और आदित्य तिवारी 'कबीर हत्याकाण्ड' की सीबीसीआईडी या एसआईटी से जांच कराने, दोषी प्रशासनिक अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों की जांच और कार्रवाई की मांग शामिल है। 



सोमवार को रामराज उर्फ गम्मज हत्याकाण्ड में ब्राम्हणों के साथ अपमान, उन्हें मारने पीटने, जनेऊ तोड़ दिये जाने के मामले में न्याय को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन की चेतावनी से पुलिस प्रशासन परेशान रहा।  जिला विकास अधिकारी कार्यालय और आसपास के क्षेत्रों को भारी पुलिस बल लगाकर घेर लिया गया था इसके बावजूद बड़ी संख्या में न्याय के लिये ब्राम्हण समाज के लोग एकत्र हुये। अपर पुलिस अधीक्षक से वार्ता का अनेकों दौर चला किन्तु ब्राम्हण समाज के लोग अर्धनग्न प्रदर्शन की मांग पर डटे रहे। अंततः पुलिस अधीक्षक से विन्दुवार वार्ता पर सहमति बनी जिससे आधार पर अर्धनग्न प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया। 
बेसिक शिक्षा I कार्यालय पर अर्धनग्न प्रदर्शन और वार्ता में मुख्य रूप से महंथ चिन्मयानन्द, कल्याण त्रिपाठी, विनय कुमार तिवारी, संजय द्विवेदी, धर्मेन्द्र शुक्ल, कोला पाण्डेय, हरिओम त्रिपाठी, सुरेन्द्र शुक्ल, सुनील सिंह, राममणि पाण्डेय, दुर्गेश त्रिपाठी, आलोक पाण्डेय  मुरलीधर तिवारी, उमेश तिवारी, कृष्ण प्रसाद के साथ ही बड़ी संख्या में न्याय की मांग को लेकर लोग शामिल रहे।