कांग्रेस जनो ने संविधान दिवस पर लिया शपथ

संवाददाता (बस्ती) । कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने मड़वानगर स्थित बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष संविधान दिवस की शपथ लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि हमने जिस संविधान को अंगीकार किया आज उसी की देन है कि संविधान दिवस पर ही ऐसा निर्णय आया जिसके चलते महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेन्द्र फणनवीस और  उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को त्याग पत्र देने के लिये विवश होना पड़ा। समय के अनेक मोड़ पर हमारा संविधान खरा उतरा है। 



पूर्व जिला महासचिव विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था। संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ। इसमें संविधान सभा के 207 सदस्य थे। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ बी आर अंबेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। हमंे अपने संविधान पर अटूट भरोसा है और इससे करोड़ो भारतवासियों की आस्था, विश्वास जुड़ा हुआ है। 
बाबा  साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष संविधान दिवस की शपथ लेेने वालों में मुख्य रूप से ज्ञानेन्द्र पाण्डेय 'ज्ञानू' विपिन राय, आदित्य त्रिपाठी, सचिन शुक्ल, जयन्त चौधरी, मो. युसुफ कल्लन, सन्तोष श्रीवास्तव, डा. वाहिद सिद्दीकी, मो. सलीम, पिन्टू मिश्र, इन्द्रपाल सिंह, ज्ञान प्रकाश, विवेक, पंकज द्विवेदी, शिवम चौहान, आकाश आर्या,  पंकज गौतम, सूरज, पवन, लवकुश, पवन गुप्ता, शिवनाथ चौधरी, फैजू के साथ ही कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
बस्ती । मंगलवार को कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने मड़वानगर स्थित बाबा  साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष संविधान दिवस की शपथ लिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि हमने जिस संविधान को अंगीकार किया आज उसी की देन है कि संविधान दिवस पर ही ऐसा निर्णय आया जिसके चलते महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेन्द्र फणनवीस और  उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को त्याग पत्र देने के लिये विवश होना पड़ा। समय के अनेक मोड़ पर हमारा संविधान खरा उतरा है। 
पूर्व जिला महासचिव विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था। संविधान सभा के सदस्यों का पहला सेशन 9 दिसंबर 1947 को आयोजित हुआ। इसमें संविधान सभा के 207 सदस्य थे। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ बी आर अंबेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। हमंे अपने     संविधान पर अटूट भरोसा है और इससे करोड़ो भारतवासियों की आस्था, विश्वास जुड़ा हुआ है। 
बाबा  साहब भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा के समक्ष संविधान दिवस की शपथ लेेने वालों में मुख्य रूप से ज्ञानेन्द्र पाण्डेय 'ज्ञानू' विपिन राय, आदित्य त्रिपाठी, सचिन शुक्ल, जयन्त चौधरी, मो. युसुफ कल्लन, सन्तोष श्रीवास्तव, डा. वाहिद सिद्दीकी, मो. सलीम, पिन्टू मिश्र, इन्द्रपाल सिंह, ज्ञान प्रकाश, विवेक, पंकज द्विवेदी, शिवम चौहान, आकाश आर्या,  पंकज गौतम, सूरज, पवन, लवकुश, पवन गुप्ता, शिवनाथ चौधरी, फैजू के साथ ही कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।