संवाददाता(बस्ती)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कैम्प कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस व शिक्षा विभाग के अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ।कार्यक्रम में विभागों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए एसीएमओ डॉ. फकरेयार हुसैन ने कहा कि शिक्षक बच्चों की शिक्षा के साथ ही उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। स्वस्थ बच्चे ही पढ़ाई के साथ खेलकूद व अन्य गतिविधियों में आगे रह सकते हैं। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के जरिए परिषदीय, माध्यमिक के राजकीय व सहायता प्राप्त स्कूलों के किशोर-किशोरियों को ऑयरन की गोलियां खिलाई जानी है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस व शिक्षा विभाग को शामिल किया गया है। अधिकारी इसमें अपनी जिम्मेदारी निष्ठा के साथ निभायें।कहा कि शिक्षक व आंगनबाड़ी बच्चों को आयरनयुक्त सब्जियों आदि के सेवन के लिए भी प्रेरित करें। पालक, बथुआ और अन्य ऑयरन वाली सब्जियों और गुड़ के सेवन से ऑयरन की कमी को दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बच्चों में कीड़े की समस्या होने से भी वे कमजोर हो जाते हैं। इसके लिए साल में दो बार उन्हें कीड़े की दवा खिलवाई जाए। 31 मार्च तक एनीमिया मुक्त भारत अभियान चलाया जाना है। सप्ताह में एक गोली बच्चों को जरूर खिलाई जाए। सभी स्कूलों में ऑयरन की गोलियां उपलब्ध कराई जा रही हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर ऑयरन सीरप उपलब्ध है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री के जरिए वहां आने वाले बच्चों को दवा पिलवाई जाए।
डिप्टी सीमएओ व कार्यक्रम के नोडल डॉ. सीके वर्मा ने कहा कि कार्यक्रम का नोडल स्वास्थ्य विभाग को बनाया गया है, इसलिए सभी एमओआईसी एबीएसए व सीडीपीओ की मदद से स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर ऑयरन की गोली व सीरप की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। समय-समय पर इसकी मॉनीटरिंग भी करें।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजेश चौधरी, बीएन मिश्रा, जिला प्रबंधक एनएचएम राकेश पांडेय, डॉ. आरके सिंह, डॉ. आनंद मिश्रा, डॉ. आसिफ फारूकी, , डॉ. एके चौधरी, डॉ. महनाज गनी, डॉ. फैज वारिस, सीडीपीओ मिथलेश बौद्ध, अनुराधा पांडेय सहित सभी ब्लॉकों के एचईओ, एआरओ, बीपीएम, बीसीपीएम सहित अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल रहे।