ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

संवाददाता (बस्ती)। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों ने बुधवार  को राष्ट्रीय   अध्यक्ष प्रेम त्रिपाठी के नेतृत्व में जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन को 7 सूत्रीय ज्ञापन देकर समस्याओं के निस्तारण की मांग किया। 
 ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम त्रिपाठी ने ज्ञापन देते हुये जिलाधिकारी को बताया कि  एसोसिएशन पिछले 4 वर्षो से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अनेकों पत्र भेजकर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को प्रशिक्षण देने, उन्हें केन्द्र व राज्य सरकारों की स्वास्थ्य योजनाओं से जोड़ने की मांग करता आ रहा है किन्तु जिम्मेदार चुप्पी साधे हुये हैं। जिन्हें पुरस्कृत किये जाना चाहिये ऐसे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को तंत्र अपमानित कर रहा है। 


राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम त्रिपाठी ने बताया कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक घर जाकर मरीजों को प्राथमिक उपचार की सेवा देने के साथ ही उन्हें अस्पताल पहुंचाकर चिकित्सकों को दिखाने की भूमिका निभाते हैं। अच्छा हो कि जिम्मेदार जांगे और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवको को स्वास्थ्य क्षेत्र के मुख्य धारा से जोड़ते हुये प्रताड़ना बंद किया जाय। 
प्रेम त्रिपाठी ने बताया कि जिलाधिकारी ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को आश्वस्त किया कि जिनके पास चिकित्सा की अधिकृत डिग्रियां हैं वे सेवायें  दें किन्तु छापेमारी जारी रहेगा। 7 में से 6 सूत्रीय मांगों पर सहमति व्यक्त करते हुये डीएम ने कहा कि प्रशिक्षण सहित अन्य मांगों से शासन को अवगत कराने के साथ ही वे स्वंय विचार करेंगे। 



जिलाधिकारी को ज्ञापन देने वालों  में एसोसिएशन के डा. ए.पी. मिश्रा, डा. लालजी आजाद, डा. के.वी. शुक्ल, डा. धर्मनाथ चौधरी, डा. अरूण कुमार, डा. डी.के. भारती, डा. जवाहरलाल विश्वकर्मा, डा. विकास ओझा के साथ ही अनेक ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक एवं सामाजिक कार्यकर्ता चन्द्रमणि पाण्डेय 'सुदामा' वामदेव मिश्र, कुलदीप जायसवाल आदि  शामिल रहे।