हक के लिये 21 सूत्रीय मांगो को लेकर गरजे शिक्षक, सौंपा ज्ञापन

शिक्षक न जागे तो एक-एक कर छिन जायेंगे अधिकार- उदयशंकर शुक्लसंवाददाता(बस्ती) । बुधवार को कडाके की ठंड के बावजूद हजारों की संख्या में शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया। धरने के बाद पुरानी पेंशन नीति बहाली, प्रेरणा एप की वापसी के साथ ही 21 सूत्रीय मांगों का मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन  जिलाधिकारी के प्रतिनिधि तहसीलदार बस्ती को सौंपा गया। 
धरने को सम्बोधित करते हुये संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने कहा कि यदि अपने अधिकारों के लिये शिक्षक, शिक्षा मित्र एवं राज्य कर्मचारियों के अन्य संवर्ग जागरूक न हुये तो सरकारें एक-एक कर लम्बे संघर्ष के बाद अर्जित   अधिकारों को छीन लेंगी। कहा कि पेंशन कर्मचारियों के जीविका का आधार है। सरकार ने कर्मचारियों के बुढापे की लाठी छीन लिया है, इसे एकजुट होकर हासिल करना होगा। कहा कि हक के चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन जारी रहेगा। 26 दिसम्बर से 10 जनवरी तक सांसद, विधायक व जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा जायेगा और 17 जनवरी को लखनऊ इको पार्क में शिक्षक बसों से पहुंचेंगे। 27 फरवरी को जन्तर मन्तर पर नई दिल्ली में धरना होगा।
संघ के जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हक के लिये संघर्ष के साथ ही सांगठनिक ढांचे की मजबूती आवश्यक है। बताया कि 21 दिसम्बर से 22 जनवरी तक विकास खण्ड स्तर पर संघ का   अधिवेशन और चुनाव घोषित किया जा चुका है। सदस्यता अभियान के साथ ही शिक्षक अन्य प्रक्रिया में सक्रियता से योगदान दें। बताया कि 21 को परशुरामपुर, 23 रामनगर और 24 दिसम्बर को हर्रैया बीआरसी पर अधिवेशन होंगे। 
धरने को अभय सिंह यादव, शैल शुक्ल, राजकुमार सिंह, अखिलेश मिश्र, महेश कुमार, आनन्द दूबे, रामभरत वर्मा, सन्तोष शुक्ल, नरेन्द्र पाण्डेय, दिवाकर सिंह, मोहम्मद खालिद, अभिषेक उपाध्याय, अम्बिका पाण्डेय, रीता शुक्ला, पुष्पलता पाण्डेय, कुसुम लता श्रीवास्तव, सरिता पाण्डेय, आर.पी. पाण्डेय, इन्द्रसेन मिश्र, सतीश शंकर शुक्ल, देवेन्द्र वर्मा, बब्बन पाण्डेय, प्रमोद तिवारी, विजय प्रकाश, योगेश्वर शुक्ल, चन्द्रभान चौरसिया, राधेश्याम मिश्र, उमाशंकर मणि, शशिकान्त धर दूबे, राम प्रकाश शुक्ल, राजेश चौधरी, विनोद यादव,  आदि ने सम्बोधित किया। 
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष अतुल पाण्डेय और मंत्री वेद प्रकाश मिश्र ने कहा कि इस संघर्ष में राज्य कर्मचारी शिक्षकों के साथ हैं। 
धरने में मुख्य रूप से गिरजेश दूबे, रामसजन यादव, रजनीश मिश्र, त्रिलोकीनाथ, श्याम गिरी, मुक्तिनाथ वर्मा, परशुराम, जय प्रकाश चौधरी, सोमईराम, मो. हनीफ, ओम प्रकाश, सुषमा पाण्डेय, राजकुमारी, नाजनीन बानों, हसीना खातून, दीपमाला, नन्दनी पाण्डेय, रमेश विश्वकर्मा, चन्द्रशेखर पाण्डेय, प्रेमलता सिंह, सुषमा सिंह, अल्पना श्रीवास्तव, गजाला खातून, अखिलेश सिंह, योगेश सिंह, गुलाम अशरफ अंसारी, सूर्य प्रकाश, राजीव पाण्डेय, सुखराज गुप्ता, राजनरायन तिवारी, हरिश्चन्द्र, रामलखन दूबे, फैजान अहमद, रामभवन वर्मा, देवेन्द्र तिवारी, आनन्द प्रताप सिंह, दिनेश वर्मा, नरेन्द्र दूबे, सुनील पाण्डेय, मारूफ अहमद, राजकान्त के साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षक, राज्य कर्मचारी उपस्थित रहे