किसान हितों के सवालों को लेकर कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन कर सौंपा 4 सूत्रीय ज्ञापन


-किसान हितों के सवालों को लेकर कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन कर सौंपा 4 सूत्रीय ज्ञापन
-धरने में निशाने पर रही भाजपा सरकार, गन्ना मूल्य भुगतान दिलाने, गन्ने का समर्थन मूल्य 450 रूपया प्रति क्विंटल किये जाने की मांग
संवाददाता (बस्ती)। बुधवार को कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं, गन्ना मूल्य भुगतान सहित 4 मांगो को लेकर शास्त्री चौक पर धरना दिया। धरने के बाद  मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया। धरने को सम्बोधित करते हुये कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा ने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भले ही किसानों की आय दो गुनी करने की बात करे किन्तु स्थिति ये है कि चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का अरबो रूपया बकाया है किन्तु सरकार भुगतान कराने की दिशा में गंभीर नही है। अधिकांश धान क्रय केन्द्र निष्क्रिय पडे हैं। भाजपा सरकार किसानों के अधिकारों के प्रति संवेदनशील नही है और उनके साथ छल किया जा रहा है। वाल्टरगंज और बस्ती की चीनी मिल बंद है, इस पर सरकार की चुप्पी हैरान करने वाली है। 
अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने किसानों के सवाल पर भाजपा की नीति को कटघरे में खड़ा किया। कहा कि देश में मंहगाई बेतहाशा बढ रही है, प्याज की कीमतें आसमान पर हैं किन्तु इसका लाभ बिचौलिये उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आये दिन मन की बात करते हैं किन्तु जब बात किसान हितों की हो तो वे चुप्पी साध लेते हैं। भाजपा ने किसानों की आय दो गुनी करने का वायदा किया था किन्तु यहां तो किसान अपने बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिये भटक रहे हैं। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।
प्रदेश सचिव देवेन्द्र निषाद ने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश के किसानों को उनका हक दिलाने के लिये संघर्ष तेज करेगी और सरकार को मजबूर किया जायेगा कि उनकी आवाजों को सुनने के साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाय। 
शास्त्री चौक पर हुये धरने को मुख्य रूप से राम गोपाल सिंह, पूर्व विधायक अनूप पाण्डेय, रामजियावन,  अनिरूद्ध त्रिपाठी, प्रेमशंकर द्विवेदी, छोटेलाल तिवारी, विश्वनाथ चौधरी, राना दिनेश प्रताप सिंह, आदित्य त्रिपाठी, डा. वी.एच. रिजवी, अजय पाण्डेय, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय 'ज्ञानू' बाबूराम सिंह, देवेन्द्र श्रीवास्तव, रामभवन शुक्ल आदि ने किसान समस्याओं को प्रमुखता से रखा। कहा कि भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं पर गंभीर नही है। उन्हें अच्छे दिन के झूठे सपने दिखाये जा रहे हैं। 
मुख्यमंत्री को भेजे 4 सूत्रीय ज्ञापन में  गन्ने का समर्थन मूल्य 450 रूपया प्रति क्विंटल किये जाने,  बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान व्याज समेत कराने,  पराली की समस्या का सरकार निस्तारण कराये और किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस कराने,  वाल्टरगंज और बस्ती चीनी मिल के श्रमिकों, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान  सुनिश्चित कराते हुये मिल शुरू कराये जाने आदि की मांग शामिल है। 
धरने में मुख्य रूप से विपिन राय, शीतला शुक्ल, नर्वदेश्वर शुक्ल, संदीप श्रीवास्तव, सचिन शुक्ल, अयाज अहमद, रफीक खान, डा. वाहिद, प्रशान्त पाण्डेय, अनिल भारती, मो. युसुफ उर्फ कल्लन, जावेद निजामी, गुलाम नवी, रूपेश पाण्डेय, जगदीश शर्मा, शीला शर्मा, गायत्री गुप्ता, नीलम विश्वकर्मा, विवेक श्रीवास्तव, आलोक तिवारी, अरूण त्रिपाठी, राजेश पाण्डेय, देवी प्रसाद पाण्डेय, गौरीशंकर कन्नौजिया, शिवम चौहान, आकाश आर्य, पंकज गौतम, पवन अग्रहरि, गुड्डू, मो. सिद्दीक, पवन वर्मा के साथ ही अनेक कांग्रेसजन शामिल रहे।