पुण्य तिथि पर याद किये गये जनेश्वर मिश्र
समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला थे जनेश्वर मिश्र
बस्ती । अपनों में छोटे लोहिया के नाम से लोकप्रिय जनेश्वर मिश्र को उनकी दसवीं पुण्य तिथि पर याद किया गया। बुधवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि समाजवादी आन्दोलन के योद्धा जनेश्वर मिश्र का योगदान वैचारिक दृढ़ता के रूप में हमारे सामने है । डॉ लोहिया के विचारो को आत्मसात किये छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने तमाम युवाओ को समाजवादी संघर्ष व विचार से जोड़ा और राजनीतिक सक्रियता प्रदान किया। डॉ लोहिया के विचारो के लिए संघर्ष करने वाले लोक बंधु राज नारायण को भी जनेश्वर मिश्र अपना नेता मानते थे । प्रखर वक्ता जनेश्वर मिश्र उर्फ छोटे लोहिया समाजवाद की चलती फिरती पाठशाला थे।
पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी ने जनेश्वर मिश्र के योगदान को रेखांकित करते हुये कहा कि वे कार्यकर्ताओ और साथियो को सम्मान देने में तनिक भी कंजूसी नहीं करते थे । छोटे लोहिया का स्पष्ट कहना था कि मुद्दे जन संपर्क व संघर्ष से बनते है ,वे चिंतित रहते थे कि अब समाजवादी जन संघर्ष से अलग हो रहे है तथा मेरी मृत्यु के बाद मेरे भवन में रह रहे कार्यकर्ताओ का क्या होगा ? छोटे लोहिया आज हमारे बीच नहीं है, उनके विचार व संघर्ष समाजवादी विचारो पर चिंतन करने वालो, राजनीति करने वालो के लिए सदैव प्रेरक रहेंगे।
अध्यक्षता करते हुये पूर्व विधायक प्रखर समाजवादी विचारक राजमणि पाण्डेय ने कहा कि जनेश्वर मिश्र को सदैव गरीब कार्यकर्ताओं की चिन्ता रहती थी। वे बड़े मन के नेता थे।
श्रद्धांजलि सभा को मुख्य रूप से चन्द्रभूषण मिश्र, पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू, राजेन्द्र चौधरी, दूधराम, राजकपूर यादव, राजाराम यादव, रविन्द्र यादव, अली अहमद, सुमन सिंह, इन्द्रावती शुक्ल, गुलाम गौस, मो. शकील, मो. हामिद, राजेन्द्र चौधरी, यदुराम यादव, मो. सलीम, अरविन्द सोनकर, जावेद पिण्डारी, फूलचन्द श्रीवास्तव आदि ने सम्बोधित करते हुये जनेश्वर मिश्र को नमन् किया। संचालन करते हुये सिद्धेश सिन्हा ने जनेश्वर मिश्र जी के साथ बिताये अनेक स्मृतियों को साझा किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समीर कुमार चौधरी, महादेव यादव, हृदयराम यादव, इन्द्रसेन यादव, मो. हासिम, मो. स्वालेह, अब्दुल मोईन, चन्द्रिका यादव, आमिश खान, हरीराम गौड़, मोनू यदुवंश, निजामुद्दीन, गोपाल यादव, डा. आर.डी. गोस्वामी, ललई यादव, रन बहादुर यादव, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’, इन्द्रजीत यादव, रामकृपाल यादव, मो. जावेद, रजवन्त यादव, मुरलीधर पाण्डेय, ब्रम्हदेव यादव, गुलाब सोनकर, राम सिंह यादव, राजेश यादव, अखिलेश यादव, पलालू, रवि सोनी, डा. वीरेन्द्र कुमार यादव, मो0 शाहिर, घनश्याम यादव, डब्बू यादव, पिन्टू शुक्ल, राम सनेही यादव, छोटू मिश्र, मौलाना इलियास, इन्द्रजीत यादव, अनवर हुसेन शाह, गंगा प्रसाद यादव, अब्दुल रहमान, पवन यादव, प्रदीप यादव, वैजनाथ कसौधन, धनुषधारी गुप्ता, अभिषेक यादव, मंशाराम कन्नौजिया, सूर्यनाथ गुप्ता, जहीर अहमद अंसारी, बृजेन्द्र जायसवाल, के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
फोटो नं. 5, 6
पीएसपीएल ने पुण्य तिथि पर जनेश्वर मिश्र को किया नमन्
गरीबों के आंसू पोछना ही सच्चा समाजवाद-डा. अजय
बस्ती। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया द्वारा बुधवार को न्याय मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय पर समाजवादी आन्दोलन के अग्रणी नेता जनेश्वर मिश्र को उनके 10 वीं पुण्य तिथि पर नमन किया गया।
डा. अजय पाण्डेय ने कहा कि जनेश्वर जी के मन में हमेशा गरीबों और कमजोरांे के लिए पीड़ा रही । वे अक्सर कहते थे कि गरीबों के आंसू पोछना ही सच्चा समाजवाद है। वे एक चलते-फिरते ज्ञान-कोष थे। कभी भी धन-दौलत के पीछे नहीं भागे, न ही संपदा का संचय किया। वे कई बड़े पदों पर रहे, कई बार केन्द्रीय मंत्री बने लेकिन उनमें कभी पद व सत्ता का दर्प नहीं आया। उन्होंने अपनी सादगी और सरलता नहीं छोड़ी। वह आजादी के समय के समाजवादियों ं की पीढ़ी के सेतु थे। वह छोटी-छोटी घटनाओं से सूक्ष्म व जटिल दर्शन को समझा देते थे। यदि उन्हें अपने दौर का सबसे बड़ा समाजवादी चिंतक व समाजवादी अवधारणाओं का व्याख्याता कहा जाए तो गलत नहीं होगा। वे समतामूलक समृद्ध समाज के नवनिर्माण और डॉक्टर राममनोहर लोहिया के प्रतिबद्ध व अग्रिम पंक्ति के सिपाही थे।
पीएसपीएल के विपिन सिंह, एबादुल हक, वंदना चौधरी, विशाल गौड़, दुर्गेश गौड़, विजय यादव, हेमन्त चौधरी, आदित्य सैनी, लवकुश गौड़, विपिन त्रिपाठी, गिरिजेश कसौधन, अभिजीत श्रीवास्तव, अंकित मिश्र, अशरफ, आकिब, शिवम यादव, वृजेश दूबे, अजय पाण्डेय, नीरज पाण्डेय, राकेश यादव, सुभाष यादव आदि ने जनेश्वर मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनके जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला।
पुण्य तिथि पर याद किये गये जनेश्वर मिश्र